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Showing posts from December, 2016
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एक लड़का एक लड़की को छेड़ रहा था , लड़की ने उसे कहा-क्या प्रॉब्लम है, बुलाऊ पुलिस को . . ? लड़के ने कहा - पुलिस को बुलाएगी . बुला पुलिस को , तेरी जेसी बहोत देखी है मैंने . . और उसने उस पर बन्दुक तान दी , वो लड़की रोने लग गयी . ? पास में बहुत सारी भीड़ इकठ्ठी हो गयी , सब तमाशा देख रहे थे , इतने में जो लड़के ने कहा उसे सुनकर सब ताज्जुब में पड़ गए , शर्म के मारे किसी का सर नही उठा . लड़के ने कहा - बचाने नही आओगे इसे . ? क्या इतनी भीड़ में किसी की हिम्मत नही , की इस लड़की को बचा सके , कल जब इंडिया गेट पर इसकी लाश पड़ी होगी , तब जनाजे में बहोत भीड़ होगी . इसकी जगह आपकी कोई बहन होती , तो क्या आप ऐसे ही खड़े तमाशा देखते . ? क्या इस लड़की की मौत पर सिर्फ न्यूज़ पेपर पर हेड लाइन ही काफी है क्या . ? क्या यही है हमारा देश , यही है हमारे देश के युवा . ? मर जाना चाहिए तुमको . . की तुम अपनी बहन बेटियो के हिफाजत नही कर सकते . ? सबको अपने फेसबुक प्रोफाइल पर तिरंगे या देशभक्ति की पिक्चर लगाने का शौक है . लेकिन कोई उसकी मर्यादा का ध्यान नही देता , ये
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bheno ke Liya

एक लड़का एक लड़की को छेड़ रहा था , लड़की ने उसे कहा-क्या प्रॉब्लम है, बुलाऊ पुलिस को . . ? लड़के ने कहा - पुलिस को बुलाएगी . बुला पुलिस को , तेरी जेसी बहोत देखी है मैंने . . और उसने उस पर बन्दुक तान दी , वो लड़की रोने लग गयी . ? पास में बहुत सारी भीड़ इकठ्ठी हो गयी , सब तमाशा देख रहे थे , इतने में जो लड़के ने कहा उसे सुनकर सब ताज्जुब में पड़ गए , शर्म के मारे किसी का सर नही उठा . लड़के ने कहा - बचाने नही आओगे इसे . ? क्या इतनी भीड़ में किसी की हिम्मत नही , की इस लड़की को बचा सके , कल जब इंडिया गेट पर इसकी लाश पड़ी होगी , तब जनाजे में बहोत भीड़ होगी . इसकी जगह आपकी कोई बहन होती , तो क्या आप ऐसे ही खड़े तमाशा देखते . ? क्या इस लड़की की मौत पर सिर्फ न्यूज़ पेपर पर हेड लाइन ही काफी है क्या . ? क्या यही है हमारा देश , यही है हमारे देश के युवा . ? मर जाना चाहिए तुमको . . की तुम अपनी बहन बेटियो के हिफाजत नही कर सकते . ? सबको अपने फेसबुक प्रोफाइल पर तिरंगे या देशभक्ति की पिक्चर लगाने का शौक है . लेकिन कोई उसकी मर्यादा का ध्यान नही देता , ये
एक लड़का एक लड़की को छेड़ रहा था , लड़की ने उसे कहा-क्या प्रॉब्लम है,  बुलाऊ पुलिस को . . ? लड़के ने कहा - पुलिस को बुलाएगी . बुला पुलिस को , तेरी जेसी बहोत देखी है मैंने . . और उसने उस पर बन्दुक तान दी , वो लड़की रोने लग गयी . ? पास में बहुत सारी भीड़ इकठ्ठी हो गयी , सब तमाशा देख रहे थे , इतने में जो लड़के ने कहा उसे सुनकर सब ताज्जुब में पड़ गए , शर्म के मारे किसी का सर नही उठा . लड़के ने कहा - बचाने नही आओगे इसे . ? क्या इतनी भीड़ में किसी की हिम्मत नही , की इस लड़की को बचा सके , कल जब इंडिया गेट पर इसकी लाश पड़ी होगी , तब जनाजे में बहोत भीड़ होगी . इसकी जगह आपकी कोई बहन होती , तो क्या आप ऐसे ही खड़े तमाशा देखते . ? क्या इस लड़की की मौत पर सिर्फ न्यूज़ पेपर पर हेड लाइन ही काफी है क्या . ? क्या यही है हमारा देश , यही है हमारे देश के युवा . ? मर जाना चाहिए तुमको . . की तुम अपनी बहन बेटियो के हिफाजत नही कर सकते . ? सबको अपने फेसबुक प्रोफाइल पर तिरंगे या देशभक्ति की पिक्चर लगाने का शौक है
एक ग़ुलाम था एक दिन वह काम पर नहीं गया.मालिक ने सोचा इस कि तन्खोआह बढ़ा दी जाये तो यह और दिल्चसपी से काम करेगा.अगली बार जब उस को तन्खोआह से ज़्यादा पैसे दिये तो उस ने कुछ नही बोला ख़ामोशी से पैसे रख लिये ..........कुछ दिन बाद वह फिर ग़ैर हाज़िर हो गया.मालिक को बहुत ग़ुस्सा आया और उस ने बढ़ी हुई तन्खोआह कम करदी और उस को पहले वाली ही तन्खोआह दी. ..........ग़ुलाम ने तब भी खामोशी ही इख़्तयार की. और ज़बान से कुछ ना बोला....तब मालिक को बड़ा ताज्जुब हुआ. उस ने ग़ुलाम से कहा की जब मै ने तुम्हारे ग़ैर हाज़िर होने के बाद तुम्हारी तन्खोआह बढा कर दी .तब तुम कुछ नही बोले और आज तुम्हारी ग़ैर हाज़री पर तन्खोआह कम कर के दी तब भी तुम खामोश ही रहे.इस की क्या वजह है..? .....ग़ुलाम ने जवाब दिया जब मै पहले ग़ैर हाज़िर हुआ था तो मेरे घर एक बच्चा हुआ था आप ने तन्खोआह बढ़ा कर दी मै समझ गया.. अल्लाह ने इस के हिस्से का रिज़क़ भेज दिया.इस की किसमत का रिज़क़ खुदा ने भेज दिया. ....और जब दोबारा मै ग़ैर हाजिर हुआ तो जनाब मेरी वाल्दाह का इन्तिक़ाल हो गया था..जब आप ने मुझ को तन
my new blog my name is md Akram  लडकिया लव के चककर मे पडकर अपने माँ-बाप को छोडकर घर से भाग जाती है मै उन लडकीयो के लिए कुछ कहना चाहुंगा बाबुल की बगिया में जब तू , बनके कली खिली, तुमको क्या मालूम की, उनको कितनी खुशी मिली । उस बाबुल को मार के ठोकर, घर से भाग जाती हो, जिसका प्यारा हाथ पकड़ कर, तुम पहली बार चली ॥ . तूने निष्ठुर बन भाई की, राखी को कैसे भुलाया, घर से भागते वक़्त माँ का आँचल याद न आया ? तेरे गम में बाप के गले से, एक निवाला निगल ना पाया, अपने स्वार्थ के खातिर, तूने घर में मातम फैलाया ॥ वो प्रेमी भी क्या प्रेमी, जो तुम्हें भागने को उकसाये, वो दोस्त भी क्या दोस्त, जो तेरे यौवन पे ललचाये । ऐसे तन के लोभी तुझको, कभी भी सुख ना देंगे, उलटे तुझसे ही तेरा, सुख चैन सभी हर लेंगे ॥ . सुख देने वालो को यदि, तुम दुःख दे जाओगी, तो तुम भी अपने जीवन में, सुख कहाँ से पाओगी? अगर माँ बाप को अपने, तुम ठुकरा कर जाओगी, तो जीवन के हर मोड पर, ठोकर ही खाओगी ॥ . जो - जो भी गई भागकर, ठोकर खाती है, अपनी गलती पर, रो-रोकर अश्क बहाती है । एक ही किचन मे